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जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य पद प्रतिष्ठा रजतजयन्ती समापन महोत्सव कार्यक्रमस्थलः नागरी नाटक मण्डली, पिपलानी कटरा, वाराणसी
दिनांक 10 जनवरी 2015 से 14 जनवरी 2015

Posted Date : 2015-01-01

        प्रभु श्रीराम की परमपरा के वैष्णव धर्म के प्रचारक जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य प्रदप्रतिष्ठा रजत जयन्ति महोत्सव का शुभ आरम्भ 23 जनवरी 2014 से 14 जनवरी 2015 तक वर्षभर के रजत जयन्ति महोत्सव के भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में विभिन्न आयोजनों के पश्चात् दिनांक 10 जनवरी 2015 से 14 जनवरी 2015 तक के 5 दिवसीय भव्य समापन महोत्सव के दौहरान विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित है और इस कार्यक्रम में भाग लेने सम्पूर्ण भारत वर्ष विभिन्न राज्यों से बड़े-बड़े शहरों से रामानन्द सम्प्रदाय के अनुयायों सहित वैष्णव धर्म के राष्ट्रीय सन्त विभूतियां, हिन्दी एवं संस्कृत के राष्ट्रीय स्तर के विद्वत् विभूतियों सहित जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य के षिष्यों, भक्तों एवं अनुयायियों के उपस्थित आने की संभावनाओं को देखते हुए समुचित व्यवस्थाऐं की जा रही है श्रीमठ महोत्सव न्यास, काषी के समायोजन के अधिन इन सभी व्यवस्थाओं को संरक्षक मण्डल कार्यकारिणी एवं सदस्यों के द्वारा अन्तिम रूप दिया जा रहा है ।


        5 दिवसीय इस समापन महोत्सव के प्रथम दिन दिनांक 10 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1ः00 तथा सांय 4ः00 बजे से 7 बजे तक सन्त सम्मेलन आयोजित होगा जिसमें सम्पूर्ण भारत वर्ष से आमन्त्रित सन्तों जिसमें पिण्डोरी धाम पंजाब से द्वाराचार्य श्री महान्त रघुवीरदास जी, अयोध्या से रसिक पीठाधीष्वर जनमेजयषरण जी, बिन्दु गद्याचार्य री देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी, श्री महान्त कौषल किषोरदास जी, जोधपुर से सेनाचार्य स्वामी अचलानन्द जी, बड़वाला गुजरात से महात्यागी ईष्वरदास जी बापू, सूरत से महान्त जगन्नाथदास जी, हरिद्वार से महान्त रघुवीरदास जी, महान्त विष्णुदास जी, श्री मोहनदास रामायणी, श्री महान्त ब्रह्मचारी साधनान न्द जी, अयोध्या से श्री महान्त प्रेमदास जी - तेरह भाई त्यागी, वृन्दावन से श्री महान्त रामस्वरूपदास जी, अयोध्या से महात्यागी सीतारामदास जी, बक्सर से श्री महान्त राजारामशरण जी, छपरा से श्री महान्त राम अयोध्यादास जी, प्रयाग से श्री महान्त रामतीरथ दास जी, पड़ाव से पूत्य गुरूपद सम्भवराम जी अध्यक्ष श्री सर्वेष्वरी समूह, गंगोत्री धाम से श्री ब्रह्मचारी अनन्त जी, काषी से श्री महान्त विवेकदास जी कबीरमठ, महामण्डलेष्वर भवानी नन्दन यति जी हथियाराम मठ, महामण्डलेष्वर रामेष्वरपुरी जी अन्नपूर्णा मन्दिर, महामण्डलेष्वर सन्तोष दास जी सतुआ बाबा आश्रम, श्री महान्त दीनबन्धु दास जी, श्री राजकुमार दास जी, श्री महान्त मनदीप दास जीग गुरू रवीदास जन्मस्थान इत्यादि प्रमुख है जिनके श्रीमुख से हिन्दु धर्म के विभिन्न प्रसंगों को सुनकर वैष्णव धर्म के लोग लाभ उठा पायेेंगे । 


        दिनांक 11 जनवरी 2015 को प्रातः 10 से 1 बजे एवं सांय 4 से 7 बजे दो चरणों में विद्वत् संगोष्ठी का आयोजन रखा गया है जिसमें हिन्दी के आमन्त्रित विद्वानों द्वारा ज्ञानवर्द्धक प्रवचरों के माध्यम से सभी लाभान्वित होंगे । 


        दिनांक 12 जनवरी 2015 को जगद्गुरू रामानन्दाचार्य जयन्ति के उपलक्ष्य में आचार्य श्री के चरण पादुका का पूजन प्रातः 9 से 10 बजे तक श्रीमठ पंचगंगा घाट में सभा आयोजित होगी एवं 4 से 7 बजे सन्त विद्वान एवं राजनायिक संगोष्ठी एवं जगद्गुरू रामानन्दाचार्य पुरस्कार समर्पण के माध्यम से विभिन्न श्रेणी के सन्तों विद्वानों को सम्मानित किया जायेगा । 


        दिनांक 13 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तथा सांय 4 से 7 बजे तक दो चरणों में आमन्त्रित संस्कृत के विद्वानों जिसमें जयपुर से प्रो. कलानाथ शास्त्री, चण्डीगढ़ से प्रो. रमाकान्त आंगिरस, वाराणसी से प्रो. प्रभुदास द्विवेदी, प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी, प्रो. वशिष्ठ त्रिपाठी, हरिद्वार से प्रो. वेद प्रकाश शास्त्री, प्रो. महावीर अग्रवाल, दिल्ली से प्रो. जयकान्त शर्मा, वाराणसी से प्रो. अमरनाथ पांडेय, प्रो. यदुनाथ पांडेय, प्रो. रजनीश शुक्ल, प्रो. बी.पी.टी. वागीष शास्त्री, प्रो. कमलेष झा, डाॅ जगदीष प्रसाद त्रिपाठी एवं जयपुर से डाॅ कौषलेन्द्र दास इत्यादि प्रमुख है उनकी संगोष्ठी का लाभ सभी उपस्थित भक्तजनों को मिलेगा ।


        दिनांक 14 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तक बसन्त पूजा - चारों वेदों के विद्वानों द्वारा एवं सायं 4 से 7 बजे राष्ट्रीय स्तर के विषिष्ठ गायकों द्वारा आयोजित संगीत सन्ध्या से सम्पूर्ण वातावरण को भक्तिमय और राममय बनाया जायेगा। प्रतिदिन संध्या में श्रीविहारम् पर रात्रि 9 बजे से 11 बजे तक नियमित भजन संध्या रहेगी और अन्त में दिनांक 15 जनवरी 2015 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक काषी के समस्त संतों एवं महन्तों को भण्डारा होगा । 


        सम्पूर्ण समारोह मुक्तिदाहिनी महागंगा के भवन तट पंच गंगा काषी पर रामावातर स्वामी रामानन्दाचार्य के 715 वर्ष पूर्व राम भक्ति के स्थल के महत्व को देखते हुए काषी बनारस (वाराणसी) में आयोजित किया जा रहा है जिसमें जगद्गुरू रामानन्दाचार्य के 12 प्रमुख षिष्यों जिसमें चार सम्प्रदाय के अनन्तानद सहित करीब, रेदास, धन्ना, पीपा, पदमावति, सुरसरी, सेन, इत्यादि श्री सम्प्रदाय के भक्तों से परिपूर्ण पदप्रतिष्ठित होने के 25 वर्षोपरान्त इस समापन महोत्सव में आचार्य श्री रामनरेषाचार्य का सभी वैष्णव जनों को सम्मान निमन्त्रण है वे सभी इस समापन महोत्सव में पधारे और महोत्सव का लाभ उठावें । 


निवेदक
गुरूश्री का षिष्य एवं अनन्य भक्त
गौरव निम्बावत 

 




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