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जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य पद प्रतिष्ठा रजतजयन्ती समापन महोत्सव
कार्यक्रमस्थलः नागरी नाटक मण्डली, पिपलानी कटरा, वाराणसी
दिनांक 10 जनवरी 2015 से 14 जनवरी 2015
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Posted Date :
2015-01-01
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प्रभु श्रीराम की परमपरा के वैष्णव धर्म के प्रचारक जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य प्रदप्रतिष्ठा रजत जयन्ति महोत्सव का शुभ आरम्भ 23 जनवरी 2014 से 14 जनवरी 2015 तक वर्षभर के रजत जयन्ति महोत्सव के भारत वर्ष के विभिन्न राज्यों में विभिन्न आयोजनों के पश्चात् दिनांक 10 जनवरी 2015 से 14 जनवरी 2015 तक के 5 दिवसीय भव्य समापन महोत्सव के दौहरान विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित है और इस कार्यक्रम में भाग लेने सम्पूर्ण भारत वर्ष विभिन्न राज्यों से बड़े-बड़े शहरों से रामानन्द सम्प्रदाय के अनुयायों सहित वैष्णव धर्म के राष्ट्रीय सन्त विभूतियां, हिन्दी एवं संस्कृत के राष्ट्रीय स्तर के विद्वत् विभूतियों सहित जगद्गुरू रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य के षिष्यों, भक्तों एवं अनुयायियों के उपस्थित आने की संभावनाओं को देखते हुए समुचित व्यवस्थाऐं की जा रही है श्रीमठ महोत्सव न्यास, काषी के समायोजन के अधिन इन सभी व्यवस्थाओं को संरक्षक मण्डल कार्यकारिणी एवं सदस्यों के द्वारा अन्तिम रूप दिया जा रहा है ।
5 दिवसीय इस समापन महोत्सव के प्रथम दिन दिनांक 10 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1ः00 तथा सांय 4ः00 बजे से 7 बजे तक सन्त सम्मेलन आयोजित होगा जिसमें सम्पूर्ण भारत वर्ष से आमन्त्रित सन्तों जिसमें पिण्डोरी धाम पंजाब से द्वाराचार्य श्री महान्त रघुवीरदास जी, अयोध्या से रसिक पीठाधीष्वर जनमेजयषरण जी, बिन्दु गद्याचार्य री देवेन्द्र प्रसादाचार्य जी, श्री महान्त कौषल किषोरदास जी, जोधपुर से सेनाचार्य स्वामी अचलानन्द जी, बड़वाला गुजरात से महात्यागी ईष्वरदास जी बापू, सूरत से महान्त जगन्नाथदास जी, हरिद्वार से महान्त रघुवीरदास जी, महान्त विष्णुदास जी, श्री मोहनदास रामायणी, श्री महान्त ब्रह्मचारी साधनान न्द जी, अयोध्या से श्री महान्त प्रेमदास जी - तेरह भाई त्यागी, वृन्दावन से श्री महान्त रामस्वरूपदास जी, अयोध्या से महात्यागी सीतारामदास जी, बक्सर से श्री महान्त राजारामशरण जी, छपरा से श्री महान्त राम अयोध्यादास जी, प्रयाग से श्री महान्त रामतीरथ दास जी, पड़ाव से पूत्य गुरूपद सम्भवराम जी अध्यक्ष श्री सर्वेष्वरी समूह, गंगोत्री धाम से श्री ब्रह्मचारी अनन्त जी, काषी से श्री महान्त विवेकदास जी कबीरमठ, महामण्डलेष्वर भवानी नन्दन यति जी हथियाराम मठ, महामण्डलेष्वर रामेष्वरपुरी जी अन्नपूर्णा मन्दिर, महामण्डलेष्वर सन्तोष दास जी सतुआ बाबा आश्रम, श्री महान्त दीनबन्धु दास जी, श्री राजकुमार दास जी, श्री महान्त मनदीप दास जीग गुरू रवीदास जन्मस्थान इत्यादि प्रमुख है जिनके श्रीमुख से हिन्दु धर्म के विभिन्न प्रसंगों को सुनकर वैष्णव धर्म के लोग लाभ उठा पायेेंगे ।
दिनांक 11 जनवरी 2015 को प्रातः 10 से 1 बजे एवं सांय 4 से 7 बजे दो चरणों में विद्वत् संगोष्ठी का आयोजन रखा गया है जिसमें हिन्दी के आमन्त्रित विद्वानों द्वारा ज्ञानवर्द्धक प्रवचरों के माध्यम से सभी लाभान्वित होंगे ।
दिनांक 12 जनवरी 2015 को जगद्गुरू रामानन्दाचार्य जयन्ति के उपलक्ष्य में आचार्य श्री के चरण पादुका का पूजन प्रातः 9 से 10 बजे तक श्रीमठ पंचगंगा घाट में सभा आयोजित होगी एवं 4 से 7 बजे सन्त विद्वान एवं राजनायिक संगोष्ठी एवं जगद्गुरू रामानन्दाचार्य पुरस्कार समर्पण के माध्यम से विभिन्न श्रेणी के सन्तों विद्वानों को सम्मानित किया जायेगा ।
दिनांक 13 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तथा सांय 4 से 7 बजे तक दो चरणों में आमन्त्रित संस्कृत के विद्वानों जिसमें जयपुर से प्रो. कलानाथ शास्त्री, चण्डीगढ़ से प्रो. रमाकान्त आंगिरस, वाराणसी से प्रो. प्रभुदास द्विवेदी, प्रो. कमलेश दत्त त्रिपाठी, प्रो. वशिष्ठ त्रिपाठी, हरिद्वार से प्रो. वेद प्रकाश शास्त्री, प्रो. महावीर अग्रवाल, दिल्ली से प्रो. जयकान्त शर्मा, वाराणसी से प्रो. अमरनाथ पांडेय, प्रो. यदुनाथ पांडेय, प्रो. रजनीश शुक्ल, प्रो. बी.पी.टी. वागीष शास्त्री, प्रो. कमलेष झा, डाॅ जगदीष प्रसाद त्रिपाठी एवं जयपुर से डाॅ कौषलेन्द्र दास इत्यादि प्रमुख है उनकी संगोष्ठी का लाभ सभी उपस्थित भक्तजनों को मिलेगा ।
दिनांक 14 जनवरी 2015 को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तक बसन्त पूजा - चारों वेदों के विद्वानों द्वारा एवं सायं 4 से 7 बजे राष्ट्रीय स्तर के विषिष्ठ गायकों द्वारा आयोजित संगीत सन्ध्या से सम्पूर्ण वातावरण को भक्तिमय और राममय बनाया जायेगा। प्रतिदिन संध्या में श्रीविहारम् पर रात्रि 9 बजे से 11 बजे तक नियमित भजन संध्या रहेगी और अन्त में दिनांक 15 जनवरी 2015 को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक काषी के समस्त संतों एवं महन्तों को भण्डारा होगा ।
सम्पूर्ण समारोह मुक्तिदाहिनी महागंगा के भवन तट पंच गंगा काषी पर रामावातर स्वामी रामानन्दाचार्य के 715 वर्ष पूर्व राम भक्ति के स्थल के महत्व को देखते हुए काषी बनारस (वाराणसी) में आयोजित किया जा रहा है जिसमें जगद्गुरू रामानन्दाचार्य के 12 प्रमुख षिष्यों जिसमें चार सम्प्रदाय के अनन्तानद सहित करीब, रेदास, धन्ना, पीपा, पदमावति, सुरसरी, सेन, इत्यादि श्री सम्प्रदाय के भक्तों से परिपूर्ण पदप्रतिष्ठित होने के 25 वर्षोपरान्त इस समापन महोत्सव में आचार्य श्री रामनरेषाचार्य का सभी वैष्णव जनों को सम्मान निमन्त्रण है वे सभी इस समापन महोत्सव में पधारे और महोत्सव का लाभ उठावें ।
निवेदक
गुरूश्री का षिष्य एवं अनन्य भक्त
गौरव निम्बावत
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वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार (उत्तराखण्ड) का प्रथम वार्षिकोत्सव, धर्मषाला के ट्रस्टियान् एवं सहयोगकर्ताओं की आम सभा, दिनांक 27 दिसम्बर 2014 को वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार में सानन्द सम्पन्न
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Posted Date :
2014-12-27
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वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार का 27, 28 एवं 29 दिसम्बर 2013 को अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट मुम्बई के द्वितीय राष्ट्रीय महाअधिवेषन के दौरान लोकार्पण/उद्घाटन किया गया था जिसके 1 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में प्रथम वार्षिकोत्सव एवं आम सभा दिनांक 27 एवं 28 दिसम्बर 2014 को धर्मषाला प्रांगण में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया इस वार्षिकोत्सव हेतु वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के तमाम ट्रस्टिगण व सहयोगकर्ताओं को आमन्त्रित किया गया इसके लिए आमन्त्रण पत्र विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट की मिटिंगों के तथा वैष्णव धर्मषाला पुष्कर मैंनेजमेन्ट कमेटी की मिटिंग का सयुक्त रूप से बनाये गये आमन्त्रण पत्र सभी सम्बन्धितों को भेजा गया ।
आमन्त्रण पत्र में दर्शाये गये कार्यक्रमों के अनुसार दिनांक 27 दिसम्बर 2014 को दोपहर 3.00 बजे वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार की आम सभा आयोजित की गई जिसके प्रारम्भ में बैंगलोर से पधारे हुए श्री रतनदास जी वैष्णव का नाम आम सभा के सभापति के रूप में श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव ने प्रस्तावित किया जिसका समर्थन श्री रामचन्द्र जे. वैष्णव ने किया । इस प्रकार श्री रतनदास वैष्णव ने तालियों की गड़गड़ाट के साथ आम सभा के सभापति का आसन ग्रहण किया तत्पष्चात् आम सभा का संचालन करते हुए विकास ट्रस्ट एवं हरिद्वार धर्मषाला की मैंनेजमेन्ट कमेटी के महासचिव श्री एन.डी.निम्बावत एडवोकेट जोधपुर ने विकास ट्रस्ट एवं हरिद्वार धर्मषाला की मैंनेजमेन्ट कमेटी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र जे. वैष्णव, संरक्षक श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव, श्री महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर, श्री इन्द्रजीत वैष्णव एवं केसुदास वैष्णव सहित विकास परिषद के महासचिव श्री लखनदास वैष्णव को मंचासीन होने के लिए पम्परागत तरीके से सादर आमन्त्रित किया । मेहमानों के मंचासीन होने के पश्चात् वैष्णव धर्म की परम्परा के अनुसार आम सभा का शुभ आरम्भ सभापति श्री रतनदास वैष्णव बैंगलोर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया आनन्द गुजरात से पधारे नटू भाई वैष्णव ने ईष्ट देव रामभक्त हनुमान जी का मंत्रोचारण के साथ स्मरण कर उन्हें आमन्त्रित किया तत्पष्चात् मंत्रासीन उपरोक्त सभी महानुभावों का माल्र्यापण कर स्वागत एवं अभिनन्दन किया गया तथा संक्षिप्त में इन सभी का परिचय करवाया गया ।
स्वागत अभिनन्दन की प्रारम्भिक कार्यवाही के पश्चात् महासचिव श्री एन.डी.निम्बावत ने वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि धर्मषाला को खरीदने का अनुबन्ध दिनांक 12 मार्च 2012 को किया गया जिसके बेचान नामें का पंजीयन दिनांक 28 फरवरी 2013 को करवाया गया इस दौरान विक्रेता को सम्पूर्ण राषि का भुगतान बैंक खाते के माध्यम से एवं रोकड़ किया गया और दिनांक 28 फरवरी 2013 को ही धर्मषाला भवन का कब्जा प्राप्त कर लिया गया तथा दिनांक 1 मार्च 2013 को धर्मषाला भवन के प्रवेष द्वार पर स्थित एक कमरे में आॅफिस स्थापित किया गया जिसमें टेबल, कुर्सियां और अरमारी रखी गई एवं धर्मषाला भवन को उद्घाटन के लिए तैयार करवाने एवं सुसज्जित करने हेतु बिजली पानी सहित भवन मरम्मत हेतु सम्बन्धित ठेकेदारों को बुलाकर सम्पूर्ण भवन की रिपयेरिंग हेतु उन्हें कहा गया तथा एडवांस राषि दी गई जो उद्घाटन दिनांक 27, 28 एवं 29 दिसम्बर 2013 के पूर्व सारे कार्य पूर्ण हो गये थे और वर्तमान में धर्मषाला में 15 कमरे पूर्ण रूप से आवास हेतु तैयार है जिनमें सभी में लेट्रीनबाथरूम बने हुए है 4 कमरों में बन्द एवं 4 कमरों में खुली कीचन भी है दो कमरों में ए.सी. एवं एल.सी.डी. लगे हुए है एवं 10 कमरों में गीजर लगाये जा चुके है इन सभी के अतिरिक्त धर्मषाला भवन में हाॅल और अन्य पांच कमरों में ठहरे हेतु पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था है एवं बड़ी कीचन तल मंजिल पर है जहां आगन्तुक स्वयं खाना बना सके वैसी व्यवस्था की हुई है फ्रीज, गैस टंकी, इण्डेक्षन चुल्हों की भी व्यवस्था है तथा वर्तमान में वैष्णव समाज के बन्धुओं से किसी प्रकार का कोई किराया नहीं लिया जा रहा है अगर कोई स्वेच्छा से सहयोग राषि भेेट करता है तो स्वीकार्य है । उद्घाटन से लेकर वर्तमान तक वैष्णव समाज के सैकण्डों परिवार में इस धर्मषाला में ठहरकर न केवल लाभ उठाया है बल्कि बड़ी प्रसन्नता प्रकट की है । आगन्तुकों की प्रतिक्रिया स्वरूप एक रजिस्टर्ड रख रखा है जिसमें आगन्तुकगण हरिद्वार धर्मषाला की वर्तमान व्यवस्था के सम्बन्ध में अपने विचार एवं सुझाव दे रहे है और उनके सुझावों पर अमर किया जा कर सुविधाओं को और अत्यधिक परिपूर्ण किया जा रहा है साथ ही साथ आगन्तुकों से धर्मषाला भवन में ठहरने बाबत् निर्धारित फार्म भी भरवाये जा रहे है । महासचिव ने सभी को विभिन्न श्रेणियों को ट्रस्टियों को वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार में दी जाने वाली सुविधाओं का उल्लेख किया साथ ही साथ दिनांक 15 सितम्बर 2013 को धर्मषाला प्रांगण में आयोजित आम सभा में लिये गये निर्णयों जिसमें मैंनेजमेन्ट कमेटी का गठन एवं वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार हेतु बनाये गये नियम /उप नियम /विधान का वाचन कर उसके अनुमोदन का प्रस्ताव रखा जो सर्व सहमति से स्वीकृत किया गया ।
आम सभा का संचालन करते हुए श्री एन.डी.निम्बावत ने यह भी जानकारी दी की इस धर्मषाला के प्रति लोगों का जुडाव इस बात से भी लगाया जा रहा है जो लोग अपने परिवार जन के किसी सदस्य के निधन पर उनकी अस्थियां गंगा जी में विसजन करने हेतु एक दिन के लिए हरिद्वार आते है तथा वैष्णव समाज के पण्डे के यहां कुछ समय के लिए रूकने के पश्चात् मात्र वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार को देखने के लिए धर्मषाला में आते है और ऊपर नीचे घूम फिर कर देखते है एवं प्रसन्नता प्रकट करते हुए बिना ठहरे ही सहयोग राषि दे जाते है इससे इस धर्मषाला भवन की उपयोगिता सार्थक हो रही है जो सभी के लिए सन्तोष एवं प्रसन्नता का विषय है ।
विकास ट्रस्ट एवं वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के मैंनेजमेन्ट कमेटी के कोषाध्यक्ष श्री भानुषंकर वैष्णव ने वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार को खरीदने का अनुबन्ध करने से लेकर उद्घाटन समारोह तक एवं उद्घाटन समारोह से प्रथम वार्षिकोत्सव तक जिन-जिन व्यक्तियों से जो राशि -राशि विभिन्न किस्म के ट्रस्टी के रूप में, सहयोग के रूप में एवं उद्घाटन समारोह के खर्चे की व्यवस्था के रूप में जो राषि संग्रहित हुई उनकी नामों सहित विस्तार से जानकारी दी एवं खर्चे का ब्यौरा दिया, विभिन्न लोगों में बकाया राषि, बैंक में जमा राशि एवं रोकड़ पौते जमा राषि का उल्लेख करते हुए बताया कि धर्मषाला की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ है एवं लगभग 40 लाख रूपये (बकाया, बैंक जमा एवं रोकड़ पौते) धर्मषाला के पास है इसलिए इसके संचालन में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो रही है ।
मंचासीन मेहमानों श्री महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर, श्री केसुदास वैष्णव, श्री इन्द्रजीत वैष्णव, श्री लखनदास वैष्णव ने धर्मषाला के सम्बन्ध में अपने विचार रखे । श्री महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर ने एक छोटा सा किस्सा सुनाते हुए ये बताया कि समाज सेवा में मुझे श्री जयन्ति भाई जी ने धक्का दिया है और जिसके कारण मैं समाज सेवा में जुड़ा हुँ । महासचिव एन.डी.निम्बावत द्वारा अपने संचालन के दौरान यह बताया कि कुछ लोगों के मन में यह संषय है कि धर्मषाला भवन का पंजीयन किसके नाम करवाया गया है वो संषय कुछ लोगों का नहीं होकर मेरा संषय था निम्बावत जी ने मेरा नाम नहीं किया लेकिन मेरा ही संषय था जो मेरे द्वारा दस्तावेज देखे जाने पर दुर हो गया और मेरे मन में किसी प्रकार की कोई शंका नहीं है और मैं भाग्य शाली हूँ कि मैं इस धर्मषाला के खरीदनें में सहयोगी बना हूँ ।
विकास ट्रस्ट एवं धर्मषाला मैंनेजमेन्ट कमेटी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र वैष्णव ने वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के खरीदने से लेकर उद्घाटन समारोह तक जिन-जिन व्यक्तियों ने जिस-जिस रूप में सहयोग किया उन सबको धन्यवाद देते हुए कहा कि यह धर्मषाला हम सभी की है । धर्मषाला में ठहरने पर किराये की राशि के सम्बन्ध में लोगों के विभिन्न विचारों पर मंथन करने के पश्चात् अगले 1 वर्ष तक किसी प्रकार का कोई किराया नहीं लेने का निर्णय लिया गया । अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इसका कुषल संचालन हो इसके लिए आप जब भी धर्मषाला में आवें तो कुछ न कुछ सहयोग अवष्य करंे ताकि इस धर्मषाला में आपका योगदान रहे आपने यह भी बताया कि वर्तमान तक इसमें ठहरने हेतु किसी से भी अनिवार्य रूप से कोई राषि नहीं ली जा रही है और भविष्य में भी एक वर्ष तक अनिवार्य रूप से कोई राशि नहीं ली जायेगी जो स्वेच्छा से देगा स्वीकार्य होगी ।
विकास परिषद के अध्यक्ष श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव ने अपने उद्बोधन में वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार को विकास परिषद और विकास ट्रस्ट की महा उपलब्धी बताया और कहा कि बरसों से हरिद्वार में वैष्णव धर्मषाला की कमी को पुरा किया गया जिसमें सम्पूर्ण वैष्णव समाज का योगदान रहा है और इसलिए सभी लोग धन्यवाद के पात्र है ।
सभा के अन्त में सभापति श्री रतनदास वैष्णव ने कहा कि विकास ट्रस्ट और हरिद्वार धर्मषाला के बारे में सब कुछ कहा जा चुका है अब मेरे लिए कहने को कुछ बचा नहीं है मैं तो इतना ही कह सकता हूँ कि आपने मुझे आज की सभा का सभापति बनाया इसके लिए मैं मैंनेजमेन्ट कमेटी सहित आप सभी का आभारी हूँ और जिस शान्तिपूर्ण तरीके से सभा संचालित हुई है और जिस रोचक अन्दाज में निम्बावत जी ने सभा का संचालन किया है वह सभी को याद रहेगा क्योंकि 3.30 घंटे तक ऐसे ठण्ड के माहौल में सभी सभा में उपस्थित रहे और सभा की कार्यवाही को ध्यान पूर्वक समझा ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है मैं आप सभी का इसके लिए धन्यवाद देता हूँ ।
सभा में महेन्द्र कुमार वैष्णव टुमकुर, रामचन्द्र वैष्णव भयन्दर, रतन दास वैष्णव बैंगलोर, जयन्तिभाई वैष्णव मुम्बई, इन्द्रजीत वैष्णव मुम्बई, केसुदास जी मुम्बई, गौतमदास वैष्णव, जोधपुर लखनदास वैष्णव रायपुर, विनोद वैष्णव, जोधपुर, भरत वैष्णव नीमच, टीकचन्द्र वैष्णव अलवर, गजेन्द्र वैष्णव मथुरा, रमेश बी. वैष्णव मुम्बई, अनिल रामावत मुम्बई, भगवान वैष्णव उदयपुर, ब्रह्मपाल वैष्णव हरिद्वार, भानुषंकर वैष्णव मुम्बई, गोपाल दास वैष्णव, कादेड़ा, जगदीष वैरागी नीमच, गिरधारीदास योगानन्दी जोधपुर, प्रेमदास शोभावत ब्यावर, जेठूदास वैष्णव नूरियावास, बी.एल वैष्णव एडवोकेट, जोधपुर, गिरधारी लाल वैष्णव जोधपुर, ओमप्रकाश वैष्णव जोधपुर, भजनलाल वैष्णव गाजियाबाद, सतीष कुमार वैष्णव गाजियाबाद, बाबूलाल अग्रावत किषनगढ़, बजरंगलाल दिवाकर नागौर, श्रीमती अतिराज वैष्णव जोधपुर, कुलदीप वैष्णव, जोधपुर रामचन्द्र बैरागी पिड़ावा, कमल किषोर रामावत पुष्कर, बंषीदास भोपालगढ़, हीरालाल वैष्णव अलवर, नवलकिषोर वैष्णव अलवर, प्रभूलाल देवमुरारी सुकेट कोटा, सेउराम वैष्णव अलवर, डाॅ गोविन्द दास रामगढ़, विनोद भाई आंजद गुजरात, त्रिलोकचन्द वैष्णव अजमेर, पुरण दास वैष्णव सलूंबर, हिरादास वैष्णव मायर, भंवरलाल वैष्णव शेखाला, जोधपुर, नटुभाई सी. वैष्णव गुजरात, आदर्शवीर भारद्वाज हरिद्वार, आर.डी. वैष्णव हरियाणा, भंवरदास वैष्णव औसिया जोधपुर, टीकमचन्द वैष्णव भाकडवाली, जयकिषन देवमुरारी अजमेर, बद्रीलाल देवमुरारी झालावाड़, गणपतलाल स्वामी, जोधपुर, धनदास वैष्णव जोधपुर, षिवदास वैष्णव जोधपुर, श्यामसुन्दर अग्रावत किषनगढ़, महेष भगवानदास वैष्णव चितौड़गढ़, महेन्द्र प्रसाद अग्रावत जालोर इत्यादि लोग उपस्थित रहे ।
मंच का संचालन करते हुए महासचिव ने सभापति की अनुमति से इस आम सभा को अगली आम सभा तक के लिए स्थगित किये जाने की घोषणा के साथ सभी को स्वादिष्ट भोजन के लिए आमन्त्रित किया ।
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अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट, मुम्बई के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रवीण वैष्णव को मातृषोक
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Posted Date :
2014-12-22
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अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट, मुम्बई के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रवीण वैष्णव की पूज्य माता श्रीमती चन्द्रकान्ता का वृद्धावस्था (80 वर्ष) में हदय रोग से ग्रस्त रहते हुए दिनांक 22 दिसम्बर 2014 को आकस्मिक निधन हो गया जिसके समाचार ने विकास परिषद एवं विका ट्रस्ट के पदाधिकारियों एवं सदस्यों को हदय से आहत किया और दिनांक 27 एवं 28 दिसम्बर 2014 को वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार में आयोजित वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार के प्रथम वार्षिकोत्सव में प्रथम दिन दिनांक 27 दिसम्बर 2014 को सभी ने श्रीमती चन्द्रकान्ता को 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धाजंलि अर्पित की ।
श्रीमती चन्द्रकान्ता धर्मपत्नी श्री नारायणदास जी का भरापुरा परिवार है जिसमें 5 पुत्र क्रमषः गोविन्द प्रसाद, महीपाल, भरत, प्रवीण एवं दिनेष वैष्णव तथा एक मात्र पुत्री श्रीमती भगवती देवी सभी शादी सुदा है एवं एक सुखद परिवार के सदस्य है लेकिन इस प्रकार परिवार से एक माता का चले जाना पुरे परिवार को शोक संतृप्त कर दिया है विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव एवं श्री रामचन्द्र जे. वैष्णव तथा महासचिव श्री लखनदास वैष्णव, एन.डी.निम्बावत, भगवान वैष्णव, पं. गजेन्द्र कुमार शर्मा, रामकिषन शर्मा, इन्द्रजीत वैष्णव भानुशंकर वैष्णव, इंजि. रामनिवास वैष्णव, श्याम सुन्दर अग्रावत, जयकिषन देवमुरारी, महन्त प्रकाष चन्द्र निम्बावत, जेठूदास वैष्णव, बाबूलाल वैष्णव, प्रो. एम.डी. वैष्णव, इत्यादि अनेकों पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने शोक संतृप्त परिवार के प्रति अपनी भावयुक्त शोक संवेदना व्यक्त की है । परिवार द्वारा दिनांक 7 जनवरी 2015 को जागरण एवं दिनांक 8 जनवरी 2015 को पाली जिले के बाली तहसील स्थित अकवा काॅलोनी, जहां निवास है, गंगा प्रसादी का कार्यक्रम रखा गया है ।
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वैष्णव वेबसाईट के अवेतनीक प्रमुख सम्पादक श्री गौरव निम्बावत, एडवोकेट राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में असिस्टेंट गवर्नमेन्ट काउन्सिल, नियुक्त ।
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Posted Date :
2014-01-30
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राजस्थान सरकार के प्रमुख शासन सचिव, विधि ने दिनांक 30.01.2014 को विधि एवं विधिक कार्य विभाग, जयपुर से राज्यपाल महोदया की आज्ञा से एक आदेश जारी कर वैष्णव वेबसाईट के अवेतनीक प्रमुख सम्पादक श्री गौरव निम्बावत, एडवोकेट को राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर में राज्य सरकार की ओर से पैरवी करने हेतु असिस्टेंट गवर्नमेन्ट काउन्सिल, जोधपुर के पद पर नियुक्त किया गया ।
श्री गौरव निम्बावत, एडवोकेट राजस्थान उच्च न्यायालय, जोधपुर सहित जिला न्यायालय एवं अधिनस्थ न्यायालयों में पीछे 6 वर्षो से अपने पिता श्री एन.डी.निम्बावत,एडवोकेट के साथ दीवानी एवं फौजदारी मामलों की वकालात कर रहे है । प्रमुख शासन सचिव विधि राजस्थान सरकार, जयपुर के आदेश के अनुसार अग्रिम आदेश तक महाधिवक्ता/अतिरिक्त महाधिवक्ता, जोधपुर अथवा सम्बन्धित गवर्नमेन्ट काउन्सिल, जोधपुर के निर्देषों एवं देखरेख में श्री गौरव निम्बावत उच्च न्यायालय, जोधपुर में राज्य सरकार की ओर से उन्हें सौंपे गये सभी दीवानी मामले / याचिकाऐं व विधि मामलों की पैरवी करेंगे ।
वैष्णव वेबसाईट परिवार एवं वैष्णव समाज संस्थान, जोधपुर की ओर से श्री गौरव निम्बावत को उनको असिस्टेंट गवर्नमेन्ट काउन्सिल, जोधपुर बनाने पर हार्दिक बधाई देता है ।
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अखिल भारतीय वैष्णव (चतुः सम्प्रदाय) विकास ट्रस्ट (रजि.), मुम्बई (महाराष्ट्र)के अधीन संचालित
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अखिल भारतीय वैष्णव धर्मशाला हरिद्वार (उत्तराखण्ड)
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Posted Date :
2013-09-15
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शान्ति कुंज के पीछे,बिरला फार्म हाऊस रोड़ नम्बर 5, हरिपुरकला गांव, हरिद्वार (उत्तराखण्ड)
-: मैनेजिंग कमेटी:-
संरक्षक जयन्ति लाल बी. वैष्णव, दहीसर (मुंबई)
अध्यक्ष रामचन्द्र जे. वैष्णव भयन्दर (मुंबई)
उपाध्यक्ष 1 इन्द्रजीत वैष्णव, कांदीवली (मुंबई)
2 महेन्द्र कुमार वैष्णव (टुमकुर)
3 कृष्णावतार शर्मा दिवाकर (जयपुर)
4 केसूदास वैष्णव, भायन्दर (मुम्बई)
महासचिव एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट जोधपुर
संयुक्त सचिव 1 ब्रह्मपाल शर्मा हरिद्वार
2 रमेष बी. वैष्णव मुंबई
3 मोतीलाल वैष्णव, जोधपुर
कोषाध्यक्ष भानुषंकर वैष्णव बोरीवली (ईस्ट)
उपकोषाध्यक्ष गोपालदास वैष्णव (कादेड़ा)
मुख्य संयोजक गजेन्द्र कुमार शर्मा मथुरा
मुख्य समन्वयक भगवानदास वैष्णव उदयपुर
अंकेक्षक सुरेष वैष्णव सी.ए. मुम्बई
कार्यकारिणी सदस्य 1 रामचन्द्र वैष्णव मेड़ता रोड़
2 लखनदास वैष्णव रायपुर छतीसगढ़
3 सत्यनारायण रामावत, पुष्कर
4 इंजि. रामनिवास वैष्णव (अजमेर)
5 ओम प्रकाश वैष्णव ‘‘गोविन्दसा‘‘, जोधपुर
6 विष्णुदास वैष्णव मधुराई
7 राधाकिषन वैष्णव, अम्बिका ज्वैलर्स मुम्बई
8 श्याम सुन्दर अग्रावत किषनगढ़
9 देवकिषन वैष्णव, भयन्दर (ईस्ट)
10 कल्याणदास वैष्णव, भयन्दर ((मुंबई))
11 डाॅ चन्द्रकुमार देवमुरारी, ब्यावर
12 गौतमदास वैष्णव बालेसर जोधपुर
13 गणपतलाल स्वामी कुचामन सिटी जोधपुर
14 रतनदास वैष्णव, बैंगलोर
15 रामाकिषन शर्मा वैष्णव, जयपुर
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अखिल भारतीय वैष्णव धर्मशाला हरिद्वार का लोकार्पण समारोह 27,28 एवं 29 दिसम्बर 2013 को
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Posted Date :
2013-07-28
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मुम्बई 28 जुलाई 2013,
अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद एवं विकास ट्रस्ट,मुम्बई की परियोजना अखिल भारतीय धर्मषाला हरिद्वार के लोकार्पण समारोह के आयोजन के सम्बन्ध में रविवार दिनांक 28 जुलाई 2013 को विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव, विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामचन्द्र वैष्णव, विकास परिषद के उपाध्यक्ष श्री इन्द्रजीत वैष्णव, श्री एन.डी.निम्बावत, जोधपुर, श्री भानुशंकर वैष्णव, श्री देवकिशन वैष्णव इत्यादि ने श्रीमती घीसी बाई श्री जेठूदास वैष्णव समाज भवन, भयन्दर (वेस्ट) जिला ठाणे महाराष्ट्र में आयोजित एक आवष्यक मिटिंग में हरिद्वार धर्मषाला के लोकार्पण समारोह की तिथियां निर्धारित करते हुए दिनांक 27, 28 एवं 29 दिसम्बर 2013 को इस वैष्णव धर्मषाला का लोकार्पण किये जाने का निर्णय लिया इस सम्बन्ध में विस्तृत रूप रेखा तैयार करने के लिए रविवार दिनांक 15 सितम्बर 2013 को दोपहर 12.15 बजे हरिद्वार में वैष्णव धर्मषाला के हाॅल में एक अति महत्वपूर्ण मिटिंग का आयोजन किये जाने का निणर्य लिया गया , इस मिटिंग में अखिल भारतीय वैष्णव धर्मषाला हरिद्वार हेतु जिन लोगों ने आर्थिक योगदान (मुख्य संस्थापक संरक्षक ट्रस्टी सदस्य, संस्थापक संरक्षक ट्रस्टी सदस्य, संस्थापक ट्रस्टी सदस्य एवं आजीवन ट्रस्टी सदस्य) देने वालों सहित अन्य विशिष्ठ व्यक्तियों को आमन्त्रित किया गया है आर्थिक योगदान देने वाले समाज बन्धुओं को इस मिटिंग के निमन्त्रण शीघ्र ही भेजे जा रहे है विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र वैष्णव एवं विकास परिषद अध्यक्ष श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव ने वैष्णव वेबसाईट के आॅनरेरी डायेक्टर, विकास परिषद के उपाध्यक्ष, विकास ट्रस्ट के महासचिव एवं हरिद्वार धर्मषाला कमेटी के महासचिव श्री एन.डी.निम्बावत को इस सम्बन्ध में सम्पूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि इसकी सूचनाएं सामाजिक पत्रिकाओं के माध्यम से भी सम्बन्धित को भेजी जायेगी फिर भी यदि किन्हीं कारणों से सम्बन्धित आर्थिक योगदान दाताओं को व्यक्तिगत रूप से निमन्त्रण समय पर नहीं पहुंच पाता है अथवा नहीं मिल पाता है तो भी वे इस समाचार को ही निमन्त्रण समक्ष कर इस अति आवश्यक मिटिंग में उपस्थित होकर लोकार्पण समारोह की भव्य योजना में अपने बहुमुल्य सुझावों को देकर इसे सफल बनाने की अपील की गई है ।
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एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट बने विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय महासचिव
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Posted Date :
2013-07-28
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मुम्बई 28 जुलाई 2013,
अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास ट्रस्ट, मुम्बई के ट्रस्टियान् की दिनांक 28 जुलाई 2013 को ट्रस्ट अध्यक्ष श्री रामचन्द्र वैष्णव की अध्यक्षता में आयोजित मिटिंग में ट्रस्ट के महासचिव श्री गोविन्द एम. वैष्णव के देहान्त पर उपस्थिति सभी ट्रस्टियान् ने शोक व्यक्त किया एवं विकास ट्रस्ट के रिक्त हुए महासचिव के पद पर नये महासचिव के मनोनयन हेतु गहन विचार विमर्श किया । विकास परिषद के अध्यक्ष एवं ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव ने ट्रस्ट के राष्ट्रीय महासचिव के लिए वरिष्ठ समाज सेवी एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट जोधपुर का नाम प्रस्तावित किया जिसका समर्थन उपस्थित सभी ट्रस्टियान् ने किया जिस पर सर्व सम्मति से ट्रस्ट मिटिंग की अध्यक्षता कर रहे श्री रामचन्द्र वैष्णव ने विकास ट्रस्ट के राष्ट्रीय महासचिव पद के लिए श्री एन.डी.निम्बावत के मनोनयन की घोषणा की । इस अवसर पर श्री नन्दकिषोर डी. वैष्णव, श्री सोहनलाल सी. वैष्णव, श्री इन्द्रजीत वैष्णव (कान्दीवली), श्री भगवान दास वैष्णव उदयपुर एवं श्री गजेन्द्र कुमार वैष्णव मथुरा ट्रस्टियान् उपस्थित थे । श्री एन.डी.निम्बावत ने अपने मनोनयन पर श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव एवं श्री रामचन्द्र वैष्णव सहित उपस्थित सभी ट्रस्टियान का अभार व्यक्त करते हुए विष्वास दिलाया कि आप लोगों ने मुझ में जो विष्वास व्यक्त किया है उसके अच्छे परिणाम में कभी कोई कमी नहीं आयेगी ।
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अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) धर्मशाला, हरिद्वार का उदघाटन शीघ्र
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Posted Date :
2013-04-03
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अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास ट्रस्ट, मुम्बई (रजि.) एवं विकास परिषद मुम्बई के श्री रामचन्द्र वैष्णव एवं श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव के अथक प्रयासों से वैष्णव समाज की हरिद्वार में धर्मषाला का सपना साकार हो गया है । दिनांक 12.03.2012 को हरिपुर कला गांव हरिद्वार ऋषिकेष रोड़, हरिद्वार पर 42.5 फुट बाई 138 फुट पर बने भवन को खरीदने का अनुबन्ध किया गया था जिसके बेचान का पंजीयन दिनांक 28.02.2013 को करवाया जाकर दिनांक 01.03.2013 को उक्त तीन मंजिले भवन का भौतिक कब्जा उपस्थित श्री जयन्ति भाई बी. वैष्णव, श्री रामचन्द्र वैष्णव, श्री इन्द्रजीत वैष्णव, श्री भगवान दास वैष्णव उदयपुर, श्री गजेन्द्र कुमार शर्मा मथुरा, श्री एन.डी.निम्बावत, जोधपुर, श्री ब्रह्मपाल वैष्णव हरिद्वार एवं श्री मुन्ना भाई ने प्राप्त कर उसी समय प्रवेषद्वार पर स्थित एक कमरे को तैयार कर उसमें टेबल, कुर्सियां एवं अलमारी खरीद कर कार्यालय का उद्घाटन भी बड़े हर्षोउल्लास के साथ किया एवं भवन को उद्घाटन हेतु अतिषीघ्र तैयार करवाने के लिए सैनेट्री वाले, लाईट फिटिंग वाले, लोहे के कार्य वाले, प्लेमर वाले को तथा रंगरोगन करने वालों को बुलाकर तुरन्त कार्य प्रारम्भ करने हेतु हिदायतें दे दी गई और हरिद्वार निवासी श्री ब्रह्मपाल वैष्णव को इन सारे कार्यो की देखरेख हेतु जिम्मेवारी सौप दी गई ।
वैष्णव समाज के इस धर्मषाला भवन को सर्व सुविधा युक्त बनाये जाने के प्रयास के क्रम में वहां एक टयूबवेल तथा एक लिफ्ट लगवाये जाने के प्रयास भी तेज कर दिये गये है जो उद्घाटन तक पूरे होने की पूर्ण संभावना है और इस भवन का उद्घाटन मई 2013 अथवा जून 2013 में किये जाने का निर्णय लिया गया है ।
अस्थाई तौर पर तल मंजिल के सभी कमरे एवं हाॅल को पहले तैयार करवाया जा रहा है ताकि वैष्णव समाज का कोई बन्धु उद्घाटन के पूर्व हरिद्वार आता है तो वह इस धर्मषाला भवन का लाभ प्राप्त कर सकता है । सुविधा के लिए वैष्णव धर्मषाला के इन्डीकेटर बोर्ड हरिद्वार ऋषिकेष रोड़ पर शान्तिकुंज काॅलेज की गली के मोड पर तथा धर्मषाला व अन्य स्थानों पर लगवा दिये गये है ताकि वैष्णव समाज बन्धु को धर्मषाला तक पहंुचने में असुविधा न हो ।
यह धर्मषाला सप्त ऋषि आश्रम घाट रोड़ (बिरला फार्म हाऊस रोड़ नम्बर 5) शान्ति कुंज के पीछे, हरीपुरकला गांव, ऋषिकेष रोड़, हरिद्वार पर स्थित है जो हरिद्वार रेल्वे स्टेषन से लगभग 6 किलोमीटर दुर है यह धर्मषाला तीन मंजिला है जो 42.5 फुट चैड़ी तथा 138 फुट लम्बी है जिसके 42.5 फुट बाई 82 फुट पर निर्माण हो रखा है शेष 42.5 फुट बाई 56 फुट जो पीछे की तरफ है खाली है तथा इस धर्मषाला के दो तरफ रास्ते है ।
इस धर्मषाला के तल मंजिल पर एक बड़ा हाॅल, दो बड़े कमरे मय ओपन कीचन, तीन छोटे कमरे, एक अण्डर ग्राऊण्ड पानी का टैंक, प्रथम मंजिल पर जाने की सिढि़या, पीछे की तरफ तीन लेट्रीन एवं तीन बाथरूम अलग-अलग बने हुए है । प्रथम मंजिल पर दो बड़े कमरे जिसमें काॅमन लेट्रीन बाथरूम मय बन्द कीचन है एवं इसी प्रथम मंजिल पर दो बड़े कमरे जिसमें ओपन कीचन है तथा इन कमरों में पीछे अलग से कम्बाईण्ड लेट्रीन बाथरूम तथा अलग से एक लेट्रीन भी बनी हुई है इसी के साथ भवन के प्रवेष द्वार (पोल) के ऊपर के बड़ा कमरा जिसमें कम्बाईण्ड लेट्रीनबाथ, बन्द कीचन एवं बेडरूम एवं एक मध्यम दरजे का कमरा मय लेट्रीन एवं बाथरूम बने हुए है। द्वितीय मंजिल पर प्रथम मंजिल की तरह ही उसके ऊपर इसी प्रकार कमरे निर्मित है। भवन के छत पर दो अलग-अलग कमरे बने हुए है तथा लेट्रीनबाथरूम एवं उसके ऊपर पानी की टंकी रखी हुई है इस भवन की छत पर खडे़ होने पर चारों तरफ का हरियाला विहंगम दृष्य बड़ा ही लुभावना एवं मन मोहक लगता है जहां से भारत माता का मन्दिर स्पष्ट दिखाई देता है ।
रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य जी महाराज का संकल्पित निर्माणधीन विष्व का अद्वितीय श्रीराम मन्दिर जो पांच मंजिला जोधपुर पत्थर का मेन ऋषिकेष हाईवे पर निर्मित हो रहा है उस मन्दिर के पास वाली गली में ही आगे चलने पर यह धर्मषाला स्थित है।
अधिक जानकारी हेतु निम्न लोगों से सम्पर्क किया जा सकता है:-
श्री रामचन्द्र जी वैष्णव 09322208647,
श्री जयन्ती भाई बी वैष्णव 09820030553,
श्री इन्द्रजीत वैष्णव 09323799470,
श्री भगवान वैष्णव 09414064364,
श्री गजेन्द्र जी शर्मा 09457666666
श्री एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट 09314713779
श्री ब्रह्मपाल वैष्णव 09058868009
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हरिद्वार में वैष्णव समाज की धर्मषाला का सपना हुआ साकार
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Posted Date :
2012-08-13
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मुम्बई,
अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास परिषद, मुम्बई अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) विकास ट्रस्ट, मुम्बई एवं अखिल भारतीय वैष्णव ब्राह्मण (च.स.) भवन एवं शैक्षणिक ट्रस्ट पुष्कर जिला अजमेर से जुडे प्रमुख व्यक्ति के प्रयास से वैष्णव समाज की हरिद्वार में बनी बनाई धर्मशाला खरीदने का इकरार कर बेचान राशि का भुगतान किया जा रहा है तथा शीघ्र ही इसका उद्घाटन किये जाने वाला है। यह धर्मशाला सप्त ऋषि आश्रम घाट रोड़ (बिरला फार्म हाऊस रोड़ नम्बर 5) शान्ति कुंज के पीछे, हरीपुरकला गांव, ऋषिकेष रोड़, हरिद्वार पर स्थित है जो हरिद्वार रेल्वे स्टेषन से लगभग 6 किलोमीटर दुर है यह धर्मशाला तीन मंजिला है जो 42 फुट चैड़ी तथा 138 फुट लम्बी है जिसके 42 फुट बाई 82 फुट पर निर्माण हो रखा है शेष 42 फुट बाई 56 फुट जो पीछे की तरफ है खाली है तथा इस धर्मशाला के दो तरफ रास्ते है ।
इस धर्मशाला के तल मंजिल पर एक बड़ा हाॅल, दो बड़े कमरे मय ओपन कीचन, तीन छोटे कमरे, एक अण्डर ग्राऊण्ड पानी का टैंक, प्रथम मंजिल पर जाने की सिढि़या, पीछे की तरफ तीन लेट्रीन एवं तीन बाथरूम अलग-अलग बने हुए है । प्रथम मंजिल पर दो बड़े कमरे जिसमें काॅमन लेट्रीन बाथरूम मय बन्द कीचन है एवं इसी प्रथम मंजिल पर दो बड़े कमरे जिसमें ओपन कीचन है तथा इन कमरों में पीछे अलग से कम्बाईण्ड लेट्रीन बाथरूम तथा अलग से एक लेट्रीन भी बनी हुई है इसी के साथ भवन के प्रवेष द्वार (पोल) के ऊपर के बड़ा कमरा जिसमें कम्बाईण्ड लेट्रीनबाथ, बन्द कीचन एवं बेडरूम एवं एक मध्यम दरजे का कमरा मय लेट्रीन एवं बाथरूम बने हुए है। द्वितीय मंजिल पर प्रथम मंजिल की तरह ही उसके ऊपर इसी प्रकार कमरे निर्मित है। भवन के छत पर दो अलग-अलग कमरे बने हुए है तथा लेट्रीनबाथरूम एवं उसके ऊपर पानी की टंकी बनी हुई है इस भवन की छत पर खडे़ होने पर चारों तरफ का हरियाला विहंगम दृष्य बड़ा ही लुभावना एवं मन मोहक लगता है जहां से भारत माता का मन्दिर स्पष्ट दिखाई देता है ।
रामानन्दाचार्य श्री रामनरेषाचार्य जी महाराज का संकल्पित निर्माणधीन विष्व का अद्वितीय श्रीराम मन्दिर जो पांच मंजिला जोधपुर पत्थर का मेन ऋषिकेष हाईवे पर निर्मित हो रहा है उस मन्दिर के पास वाली गली में ही आगे चलने पर यह धर्मशाला स्थित है।
अखिल भारतीय वैष्णव (च.स.) धर्मशाला, हरिद्वार हेतु अलग से ही कार्यकारिणी बनाई जायेगी वर्तमान में तदर्थ रूप से श्री रामचन्द्र जी वैष्णव भयन्दर (कराड़ी वाले) को अध्यक्ष, श्री जयन्ती भाई बी. वैष्णव दहिसर (सेवाड़ी वाले) को कार्यकारी अध्यक्ष, श्री इन्द्रजीत वैष्णव, कान्दीवली को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री भगवान दास वैष्णव, उदयपुर को उपाध्यक्ष, श्री एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट जोधपुर को महासचिव एवं श्री गोपालदास वैष्णव कादेड़ा को कोषाध्यक्ष बनाया गया है ताकि धर्मशाला हेतु राशि संग्रहण की जा सके एवं विक्रेता को सम्पूर्ण भूगतान किया जाकर बेचाननामें का पंजीयन हो सके । बेचाननामा पंजीबद्ध होने के पष्चात् अतिष्रीघ इस धर्मशाला भवन जीर्णोद्धार कर उदघाटन किया जायेगा ।
इस धर्मशाला हेतु राशि दाताओं की अग्रलिखित श्रेणी बनाई गई है:-
1. मुख्य संरक्षक ट्रस्टी - रूपये 11 लाख (कमरा पे नाम)
2. संरक्षक ट्रस्टी रूपये 5 लाख 55 हजार (कमरा पे नाम)
3. संस्थापक ट्रस्टी रूपये 1 लाख 51 हजार
4. आजीवन ट्रस्टी रूपये 51 हजार
5. सहयोग कर्ता रूपये 21 हजार
धर्मशाला हेतु उपरोक्तानुसार राशि शीघ्र ही निम्न सम्पर्ककर्ताओं के पास जमा करवाकर रसीद प्राप्त कर लें ताकि धर्मशाला का समय पर उद्घाटन हो सके:-
विनीत एवं सम्पर्क सूत्र:-
रामचन्द्र वैष्णव भयन्दर-09322208647, जयन्ती भाई बी. वैष्णव दहिसर-09820030553, इन्दरजीत वैष्णव कान्दीवली-09323799470, भगवानदास वैष्णव उदयपुर-09414064364, एन.डी.निम्बावत, एडवोकेट जोधपुर -09314713779 एवं गोपाल दास कादेड़ा-09413302370
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